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ब्लड कैंसर का इलाज कैसे करे : Blood Cancer Treatment in Hindi

ब्लड कैंसर का इलाज कैसे करे : Blood Cancer Treatment in Hindi

Blood Cancer Ka Desi Ilaj in Hindi

ब्लड कैंसर का का इलाज और आयुर्वेदिक उपचार : ब्लड कैंसर के अनेक प्रकार होते है| ब्लड कैंसर का इलाज (Blood Cancer Treatment) उसके प्रकार पर निर्भर करता है| हर प्रकार के ब्लड कैंसर का इलाज अलग अलग होता है| इसके अलावा कैंसर की कोशिकाएं मरीज का शरीर में कितनी फ़ैल गयी है और मरीज की उम्र क्या है, ये सब भी ब्लड कैंसर के इलाज में मायने रखते है|

Blood Cancer Treatment in Hindi

ब्लड कैंसर का इलाज कई प्रकार की थेरपी जैसे टार्गेटेड थेरेपी, स्टेम सेल ट्रांसप्लांट थेरेपी, कीमोथेरेपी, बॉयोलॉजिकल थेरेपी और रेडिएशन थेरेपी के माध्यम से किया जाता है| कैंसर अगर बहुत अधिक फ़ैल चूका है, या फिर कैंसर की गांठ बहुत बड़ी होती है, तब डॉक्टर सर्जरी के माध्यम से ब्लड कैंसर का इलाज करने की सलाह देते है|

ब्लड कैंसर का इलाज (Blood Cancer Treatment in Hindi Language)

1. बायोलॉजिकल थेरेपी (Biological Therapy) – ब्लड कैंसर का इलाज बायोलॉजिकल थेरेपी के माध्यम से भी किया जाता है| बायोलॉजिकल थेरेपी में मरीज को कुछ दवा दी जाती है| बायोलॉजिकल थेरेपी के माध्यम से मरीज के शरीर की प्राकृतिक सुरक्षा को बढ़ाया जाता है| बायोलॉजिकल थेरेपी में सिरिंज के जरिये दवा स्किन के अंदर मांस में चढ़ाई जाती है| ये दवाये ब्लड में फैली कैंसर की सेल्स की गति को कम कर देती है|

इससे मरीज का इम्मयून सिस्टम मजबूत होता है, जिससे शरीर का संक्रमण से बचाव होता है| ध्यान रहे बायोलॉजिकल थेरेपी कराते समय कोई और दवा ना ले| बायोलॉजिकल थेरेपी के साथ अन्य किसी दवा के सेवन से इसके दुष्प्रभाव होने लगते है|

2. कीमोथेरेपी (Chemotherapy) – कीमोथेरेपी के जरिए ब्लड कैंसर का इलाज किया जाता है| कीमोथेरेपी में मरीज को कुछ दवाये दी जाती है, ये दवाये कैंसर सेल्स को खत्म करने का काम करती है| कीमोथेरेपी में दवाये इंजेक्शन के जरिए या गोली के रूप में मरीज को दी जाती है| कीमोथेरेपी में दवा कितनी मात्रा में देनी है, यह ब्लड कैंसर कितना फ़ैल चूका है, इस बात पर निर्भर करता है|

3. रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy) – रेडिएशन थेरेपी एक बड़ी मशीन से की जाती है| रेडिएशन थेरेपी में किसी प्रकार का कोई दर्द नहीं होता है| रेडिएशन थेरेपी में मशीन से निकलने वाले किरणे रोगी के शरीर में जाकर कैंसर की सेल्स को नष्ट कर देती है| रेडिएशन थेरेपी का एक दुष्प्रभाव यह है, कि मशीन से निकलने वाली ऊर्जावान किरणें कैंसर सेल्स के अलावा शरीर की अन्य सेल्स को भी डैमेज कर देती है| लेकिन ये अन्य सेल्स धीरे धीरे बनने लगती है|

4. स्टेम सेल ट्रांसप्लांट (Stem Cell Transplant) – स्टेम सेल ट्रांसप्लांट के माध्यम से भी ब्लड कैंसर का इलाज किया जाता है| स्टेम सेल को रोगी के शरीर से और किसी अन्य डोनर से प्राप्त किया जा सकता है| ध्यान रहे डोनर मरीज से अनुवांशिक रूप से जुड़ा होना चाहिए| रोगी के शरीर में नसों के माध्यम से स्टेम सेल को डाल दिया जरा है| स्टेम सेल किसी भी कोशिका के पुनर्निर्माण में सहायक होती है| स्टेम सेल ट्रांसप्लांट में रेडिएशन थेरेपी के साथ साथ दवाईयों की हाई डोज दी जाती है|

हाई डोज की दवा खाने से ल्यूकीमिया कैंसर सेल के साथ साथ शरीर में मौजूद स्वस्थ सेल पर भी असर पड़ता है| ट्रांसप्लांट स्टेम सेल के माध्यम से शरीर में नयी रक्त कोशिकाओं का निर्माण होता है| स्टेम सेल ट्रांसप्लांट की पूरी किर्या होने में 1 से 5 घंटे का समय लग जाता है| किर्या पूरी होने के 24 घंटे के बाद तक स्टेम सेल बोन मेरो में पहुंच जाती हैं| बोन मेरो में पहुंचने के बाद स्टेम सेल नयी कोशिकाओं का निर्माण करना शुरू कर देती है|

5. देखरेख (Supervision) – ब्लड कैंसर का इलाज आप देखरेख के माध्यम से भी कर सकते है| अगर सही प्रकार से शरीर देखरेख की जाये, तो कैंसर सही अन्य सभी बीमारियों का इलाज आसानी से किया जा सकता है| ब्लड कैंसर का लक्षण नजर आने पर तुरंत जाँच कराये| जाँच में अगर आपको कैंसर आता है, तो तुरंत इलाज शुरू कर दे| सही तरीके से देखरेख के माध्यम से आप कैंसर के इलाज को आसान बना सकते है|

ब्लड कैंसर का उपचार (Blood Cancer Ka Desi Ilaj in Hindi)

1. अंगूर (Grapes) – कैंसर के इलाज के लिए अंगूर का सेवन लाभकारी है| कैंसर के मरीज अंगूर खाने से पहले तीन तीनो तक उपवास रखे| तीन दिन के उपवास के बाद अंगूर खाना शुरू करे| ध्यान रहे एक दिन में एक किलो से अधिक अंगूर ना खाये| इसके बाद कुछ दिनों तक केवल छाज पियें| छाज के अलावा कुछ ना खाये| ऐसा नियमित रूप से कुछ दिनों तक करने से कैंसर की बीमारी ठीक हो जाएगी| अंगूर का नियमित सेवन से कभी कभी पेट दर्द और पेट में जलन की समस्या होने लगती है, लेकिन इससे घबराना नहीं चाहिए|

2. गाजर (Carrot) – ब्लड कैंसर होने पर गाजर का रस पियें| गाजर का रस ब्लड कैंसर के देशी इलाज में सहायक है| अगर आप जल्दी लाभ पाना चाहते है, तो 310 ग्राम गाजर के जूस में 125 ग्राम पालक का जूस मिलाकर पियें| रोजाना इस देशी नुस्खे को अपनाने से ब्लड कैंसर ठीक हो जायेगा|

इस पोस्ट में आपने खतरनाक और जानलेवा कैंसर ब्लड कैंसर के इलाज के बारे में जाना| ब्लड कैंसर के इलाज से जुडी ये जानकारी भरी पोस्ट आपको कैसी लगी, हमें कमेंट करके बताये| कमेंट करने के लिए पोस्ट के निचे बने कमेंट बॉक्स पर जाये और अपने नाम के साथ अपना कमेंट टाइप करे|

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