(ओरल कैंसर) मुख कैंसर के लक्षण
मुंह के कैंसर के लक्षण और मुंह का कैंसर होने के कारण (Mouth Cancer Symptoms & Causes in Hindi) : इस पोस्ट में हम आपको मुंह के कैंसर के शुरआती लक्षण (माउथ कैंसर सिम्पटम्स) और मुंह का कैंसर क्यों होता है, इसके बारे में जानकारी देंगे|
मुंह के कैंसर को ओरल कैंसर, मौखिक कैंसर और माउथ कैंसर के नाम से भी जाना जाता है| यह कैंसर मुंह के अंदर होता है, इसीलिए इस कैंसर को मुंह का कैंसर कहते है| मुंह के कैंसर के शुरुआती लक्षणों को पहचान कर, अगर इसका इलाज सही समय पर शुरू कर दिया जाये तो मुंह के कैंसर का इलाज आसानी से किया जा सकता है|
Contents
ओरल कैंसर (Mouth Cancer in Hindi)
दांतो के डॉक्टर अधिकतर मुंह के कैंसर को शुरूआती चरण में ही पकड़ लेते है, क्योंकि दांतो के डॉक्टर मुंह की पूरी तरह आसानी से जाँच करते है| ओरल कैंसर जानलेवा नहीं है, लेकिन सही समय पर इलाज ना होने पर यह जानलेवा बन जाता है| डॉक्टर के अनुसार मुंह में बनने वाले घावों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि ओरल कैंसर मुंह में बनने वाली कई प्रकार के घावों के कारण भी हो सकता है|
मुंह का कैंसर (Oral Cancer) महिलाओं की तुलना में पुरुषों को अधिक प्रभावित करता है, क्योंकि पुरुष बीड़ी, सिगरेट, तम्बाकू, गुटखा और खैनी जैसी नशीली चीजों का सेवन करते है| ये सभी चीजे मुंह के कैंसर के खतरे को दुगना कर देती है| 40 साल की उम्र पार करने के बाद इस कैंसर का खतरा बढ़ जाता है| भारत में हर साल लाखो की संख्या में लोग मुंह के कैंसर का शिकार होते है, और रोजाना 5 से अधिक लोग इस कैंसर के कारण मर जाते है| मुंह के कैंसर से जो लोग मरते है, उनमे अधिकतर लोगो को यह कैंसर तम्बाकू खाने से होता है| तम्बाकू के कारण होने वाले मुंह के कैंसर को तम्बाकू बंद करके रोका जा सकता है|
आपको जानकर हैरानी होगी कि मुंह के कैंसर का कारण कभी कभी मुंह के अंदर का अल्सर भी बन जाता है, इसीलिए इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए| मुंह के कैंसर से बचने के लिए कैंसर होने के कारणों का पता होना जरुरी होता है और मुंह के कैंसर का इलाज समय पर हो, इसके लिए मुंह के कैंसर के शुरूआती लक्षणों का पता होना बहुत जरुरी है| तो चलिए जाने ओरल कैंसर और कारण|
मुंह के कैंसर के कारण (Mouth Cancer Causes in Hindi)
1. शराब मुंह के कैंसर का बड़ा कारण है| जो लोग शराब पीते है, उनमे मुंह के कैंसर के साथ साथ अनेक जानलेवा रोग होने के चांस बढ़ जाते है| अगर आप शराब पिने के आदि है, तो अपनी आदत सुधार ले|
2. मुंह का कैंसर जेनेटिक भी होता है| जेनेटिक अर्थात अगर आपके परिवार में किसी को भी मुंह का कैंसर है, या पहले हुआ है, तो आपको मुंह का कैंसर होने का चांस दुगना हो जाता है|
3. मुंह का कैंसर होने का एक बड़ा कारण है, गुटका और तम्बाकू खाना| एक शोध के अनुसार 80 % मुंह का कैंसर गुटका और तम्बाकू खाने के कारण होता है|
4. बीड़ी, सिगरेट पीने के कारण भी माउथ कैंसर हो जाता है| जो लोग बीड़ी, सिगरेट पीते है, वो अपने साथ साथ दूसरे लोगो को अप्रत्यक्ष रूप से इस कैंसर का शिकार बना देते है|
5. बाहर का प्रदूषित पानी पीने और गन्दा खाना खाने से भी मुंह का कैंसर हो जाता है| इसीलिए बाहर का खाना और दूषित पानी पीने से बचे|
मुंह के कैंसर के लक्षण (Mouth Cancer Symptoms in Hindi)
1. मुंह में छाले (Mouth ulcers) – मुंह में छाले होना एक नार्मल प्रॉब्लम है, जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को कभी भी हो सकती है| कम पानी पीने और भोजन में उचित फाइबर ना मिलने के कारण अक्सर मुँह में छाले होने लगते है| ऐसे छाले दो चार दिनों में अपने आप या दवा लेने से ठीक हो जाते है| लेकिन अगर आपके मुँह में बिना किसी कारण छाले होते रहते है, और ये छाले दवाई लेने के बाद भी लम्बे समय तक ठीक नहीं होते, तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करे| क्योंकि ऐसे छाले मुँह के कैंसर का संकेत होते है|
2. सांसों में बदबू आना (Bad Breath) – कभी कभी किसी बीमारी के होने या गन्दा खाना खाने के कारण सांसों से बदबू आने लगती है| सांसों से आने वाली बदबू आपके साथ साथ दूसरे लोगो को भी परेशान करती है| अगर लम्बे समय तक आपकी सांसों में से बदबू आ रही है, तो डॉक्टर से संपर्क करे| सांसों से बदबू मुंह के कैंसर भी आती है, इसीलिए डॉक्टर से मिलना बहुत जरुरी है|
3. मुंह का स्वाद बदलना (Taste Change) – मुंह का कैंसर होने पर मुंह का स्वाद बदल जाता है| अगर आपको अपने मुंह के स्वाद में कड़वापन, खट्टापन या अन्य कोई भी बदलाब नजर आये, तो डॉक्टर से मिले, क्योंकि मुंह का स्वाद बदलना ओरल कैंसर के लक्षणों में से एक है|
4. रक्त प्रवाह (Bleeding) – अगर आपके मुँह में चोट लगी है, तो खून निकलना उचित है, लेकिन अगर बिना किसी चोट के या किसी अन्य परेशानी के बिना आपके मुँह से खून निकल रहा है, तो डॉक्टर से संपर्क करे| क्योंकि मुँह से बिना किसी कारण खून निकलना अर्थात रक्त प्रवाह होना मुँह के कैंसर का लक्षण है|
5. सुन्न होना (Numbness) – छाले ठीक करने के लिए डॉक्टर अक्सर मुँह सुन्न करने की दवाई डालते है| इस दवा से मुँह के अंदर के सभी हिस्से जैसे जीभ, होठ सुन्न हो जाते है| लेकिन अगर बिना दवा के आपके मुँह के अंदर के हिस्से अपने आप बार बार सुन्न होते रहते है, तो डॉक्टर से जरुरी जाँच कराये| मुँह का अपने आप सुन्न होना मुँह के कैंसर की ओर इशारा करता है|
6. दांतों ढीले होना (Loose Teeth) – बुढ़ापे या दांतो से जुडी किसी प्रॉब्लम के कारण दांतों में ढीलापन आ जाता है| लेकिन अगर बिना किसी प्रॉब्लम के कारण कम उम्र में ही आपके दांत ढीले होने लगे है, तो डॉक्टर से तुरंत अपने दांतो की चेकअप कराये| दांतों में ढीलापन , मुँह के कैंसर का संकेत हो सकता है, इसीलिए इसे नजरअंदाज करना ठीक नहीं होगा|
7. गाँठ (Lump) – गाँठ का नाम सुनते ही अधिकतर लोग डर जाते है, क्योंकि अधिकतर गांठे कैंसर की होती है| अगर आपको मुँह के किसी भी हिस्से में गांठ नजर आये, तो बिना देर किये इन गाँठो की जाँच कराये|
8. गले में दर्द होना (Throat Pain) – गले में टॉन्सिल या अन्य कोई प्रॉब्लम होने पर गले में दर्द होता है| लेकिन अगर आपको गले से जुडी कोई परेशानी नहीं है, और ना ही आपके गले में टॉन्सिल है, और फिर भी आपको गले में दर्द हो रहा है, तो बिना देर किये डॉक्टर को इस बारे में बताये| गले में दर्द होना माउथ कैंसर का लक्षण है, इसीलिए इसे नजरअंदाज करना ठीक नहीं है|
9. अल्सर होना (Ulcer) – अल्सर एक ऐसी बीमारी है, जो बच्चे से लेकर बूढ़ो किसी को भी हो जाती है| भोजन में पोषक तत्वों की कमी के कारण अक्सर अल्सर की प्रॉब्लम होती है| गर्मियों में सबसे ज्यादा लोगो को यह बीमारी होती है| अल्सर की सबसे खास बात ये है, कि ये चार से पांच दिनों में अपने आप ठीक हो जाता है, लेकिन अगर आपके मुँह के किसी भी हिस्से जैसे होठ, जीभ और तालु में कही भी अल्सर 10 दिनों से ज्यादा रहता है, तो डॉक्टर से मिले| अल्सर का अधिक समय तक होना माउथ कैंसर का संकेत है|
माउथ कैंसर का इलाज (Muh Ke Cancer Ka Ilaj)
मुँह के कैंसर का इलाज कैंसर की प्राथमिक जानकारी पर निर्भर करता है| अगर शुरू में ही इस कैंसर का पता चल जाता है, तो इसका इलाज करना बहुत आसान हो जाता है, लेकिन अगर मुँह के कैंसर का पता लास्ट स्टेज पर चलता है, तो सर्जरी (surgery) ही एकमात्र इसके इलाज का विकल्प बचता है| मुँह के कैंसर का इलाज हर कोई नहीं करा सकता, क्योंकि इसका इलाज बहुत महँगा होता है| प्राइवेट हॉस्पिटल की तुलना में सरकारी हॉस्पिटल में इलाज के पैसे कम लगते है, इसीलिए जिन लोगो के पास कम पैसे होते है, वो इलाज के लिए सरकारी अस्पताल का चुनाव करते है|
मुँह के कैंसर के इलाज के दौरान की जाने वाली सर्जरी (surgery) के कई साइड इफेक्ट भी होते है| मुँह का कैंसर तीसरे और चौथे चरण में पहुंचने पर कुछ डॉक्टर मुँह के कैंसर का इलाज कीमोथेरेपी से करते है| कीमोथेरेपी के बाद बाल झड़ने और उल्टी होने जैसी छोटी छोटी प्रॉब्लम होने लगती है| ये सब कीमोथेरेपी के साइड इफेक्ट होते है| अगर माउथ कैंसर बिलकुल लास्ट स्टेज में पहुंच चूका है, तो इसके इलाज के लिए रेडियोथेरेपी एकमात्र विकल्प है|
माउथ कैंसर (Mouth Cancer in Hindi) की इस पोस्ट में आपने मुँह के कैंसर के लक्षण, कारण और इसके इलाज के विकल्प के बारे में जाना| आपको मुँह के कैंसर के बारे में मिली ये जानकारी कैसी लगी, हमें कमेंट करके बताये| कमेंट करने के लिए पोस्ट के निचे बने कमेंट बॉक्स में जाये| हेल्थ से जुड़े अन्य आर्टिकल पढने के लिए रोजाना हमारी वेबसाइट को पढ़े|
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